कुछ भी सोचना चाहता हूँ
तो बस तेरी सोच
कुछ भी
देखना चाहता हूँ
तो तेरा चेहरा
कुछ भी सुनने लगता हूँ
तो तेरी आवाज
इतना कुछ तो हैं दुनिया में तेरे सिवा
फिर भी कुछ अच्छा लगता हैं
तो तेरा अंदाज
Thursday, December 4, 2008
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